
एक परिवार एक नौकरी योजना 2025: सच्चाई और अफवाहों का खुलासा
भारत में बेरोजगारी की दर लंबे समय से एक गंभीर मुद्दा रही है। इस स्थिति को सुधारने और हर परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के उद्देश्य से सरकारें समय-समय पर कई योजनाएं लाती रही हैं। इन्हीं योजनाओं में से एक है ‘एक परिवार एक नौकरी योजना’। लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर इस योजना को लेकर जिस प्रकार के दावे किए जा रहे हैं, वे पूरी तरह भ्रमित करने वाले हैं।
इस योजना की सच्चाई क्या है यह जानने के लिए हम इसका इतिहास देखेंगे और अफवाहों को भी समझेंगे और सोशल मीडिया पर इसका क्या प्रचार हो रहा है और सरकार का इस पर क्या कहना है और लोग क्या सोचते हैं इसको विस्तार से जानेंगे।
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क्या है ‘एक परिवार एक नौकरी योजना’?
‘एक परिवार एक नौकरी योजना’ नाम से जो जानकारी इंटरनेट पर वायरल हो रही है, उसके अनुसार सरकार प्रत्येक परिवार को एक स्थायी सरकारी नौकरी देने जा रही है। दावा किया जा रहा है कि इस योजना के तहत:
- प्रत्येक परिवार को एक सरकारी नौकरी मिलेगी
- ₹18,000 से ₹48,000 तक का वेतन होगा
- आवेदन के लिए कोई परीक्षा नहीं देनी होगी
- महिला, पुरुष, बेरोजगार युवा – सभी पात्र होंगे
लेकिन वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग है। केंद्र सरकार की ओर से ऐसी कोई योजना 2025 में शुरू नहीं की गई है। इस तरह के सभी दावे झूठे हैं।
योजना की उत्पत्ति: सिक्किम सरकार की पहल
‘एक परिवार एक नौकरी योजना’ वास्तव में 2019 में सिक्किम राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य राज्य के हर परिवार के कम-से-कम एक सदस्य को सरकारी सेवा में रोजगार प्रदान करना था।
- यह योजना सिक्किम राज्य तक सीमित थी
- इसमें लगभग 12,000 से अधिक युवाओं को रोजगार मिला
- इसे राज्य सरकार के स्तर पर लागू किया गया था, न कि केंद्र सरकार द्वारा
इस योजना के बारे में जो बातें 2025 में कही जा रही हैं वो केंद्र सरकार से रिलेटेड नहीं है | बहुत सारे वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल्स सिक्किम की इस योजना को केंद्र सरकार की योजना बता के लोगों को गलत जानकारी दे रहे हैं | वो लोगों को गुमराह कर रहे हैं |
सोशल मीडिया और फर्जी वेबसाइट्स का खेल
सोशल मीडिया पर यह दावा तेजी से फैलाया जा रहा है कि भारत सरकार ‘एक परिवार एक नौकरी योजना 2025’ के तहत प्रत्येक परिवार को नौकरी देगी। कई वेबसाइट्स फर्जी फॉर्म भी उपलब्ध करवा रही हैं, जिनमें आधार नंबर, बैंक डिटेल्स और अन्य निजी जानकारी भरने को कहा जाता है।
ये वेबसाइट्स पूरी तरह से फर्जी हैं और धोखाधड़ी के इरादे से बनाई गई हैं। इससे बचने के लिए आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- किसी भी योजना के फॉर्म को भरने से पहले उसकी आधिकारिक वेबसाइट चेक करें
- PIB Fact Check पर योजना की पुष्टि करें
- व्यक्तिगत जानकारी कभी भी अनजानी वेबसाइट्स पर न दें
- वेबसाइट का URL सावधानी से पढ़ें (सरकारी वेबसाइट का अंत .gov.in होता है)
PIB Fact Check द्वारा दावे का खंडन
PIB Fact Check भारत सरकार का आधिकारिक विभाग है, जो वायरल हो रही सरकारी योजनाओं और समाचारों की सच्चाई की पुष्टि करता है। इस विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि:
- “एक परिवार एक नौकरी योजना” केंद्र सरकार द्वारा नहीं चलाई जा रही है
- यह योजना केवल सिक्किम राज्य में चलाई गई थी
- सोशल मीडिया पर फैल रही सूचनाएं पूरी तरह से फर्जी हैं
यहां तक कि PIB ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी किसी योजना के बहकावे में न आएं और कोई भी व्यक्तिगत जानकारी किसी फर्जी वेबसाइट को न दें।
योजना के नाम पर धोखाधड़ी: कैसे पहचानें?
अगर आपको कोई भी वेबसाइट या यूट्यूब चैनल निम्नलिखित दावे करे, तो समझ लीजिए कि वह फर्जी है:
- ₹48,000 सैलरी बिना परीक्षा के
- 18 साल से ऊपर कोई भी आवेदन कर सकता है
- केवल आधार कार्ड और पैन कार्ड लगेंगे
- तुरन्त नौकरी मिलने की गारंटी
ध्यान रखें, भारत में कोई भी सरकारी नौकरी पाने के लिए परीक्षा, मेरिट और चयन प्रक्रिया का पालन करना अनिवार्य होता है। बिना परीक्षा के नौकरी का दावा पूरी तरह झूठा है।
उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर जब यह योजना फैल गयी तो बहुत सारे युवा इसे सच मान बैठे वो लोग यूट्यूब चैनल्स और वेबसाइट्स पर जाके अपना फॉर्म भर दिए बाद में उन्हें पता चला कि यह सभी दावे झूठे थे और उनका डाटा हैकर्स के पास चला गया था |
कुछ उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया इस प्रकार थी:
- “मैंने ₹100 देकर फॉर्म भरा था, लेकिन अब वेबसाइट खुल नहीं रही।”
- “मुझे कॉल आया कि मेरी नौकरी लग गई है, लेकिन इंटरव्यू की कोई बात नहीं हुई।”
- “अब डर लग रहा है कि मेरी जानकारी का गलत इस्तेमाल न हो जाए।”
कैसे बचें फर्जी योजनाओं से?
➤ हमेशा सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए नीचे दिए गए आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें:
➤ किसी भी योजना से जुड़ी जानकारी को क्रॉस वेरिफाई करें
➤ वेबसाइट पर SSL (https://) चेक करें
➤ किसी योजना से संबंधित फॉर्म या आवेदन भरने से पहले, योजना का गजट नोटिफिकेशन या प्रेस रिलीज देखें
एक परिवार एक नौकरी योजना 2025 नाम से जो भी प्रचार हो रहा है वो पूरी तरह से फर्जी है और लोगो को बेवकूफ बनाया जा रहा है। इस तरह की योजनाओ के नाम पर लोगो से पैसे लिए जा रहे है और उनका डाटा चोरी किया जा रहा है। यह योजना 2019 में सिर्फ सिक्किम में हुई थी लेकिन अब इसे पूरे भारत की योजना बताकर लोगो को उल्लू बनाया जा रहा है।
इसलिए जरूरी है कि आप जागरूक बनें, फर्जी वेबसाइट्स से बचें और किसी भी योजना की सच्चाई जानने के लिए सिर्फ आधिकारिक स्रोतों का ही उपयोग करें।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1: क्या एक परिवार एक नौकरी योजना 2025 केंद्र सरकार की योजना है?
उत्तर: नहीं, यह केंद्र सरकार की कोई योजना नहीं है। यह फर्जी दावा है। यह योजना केवल सिक्किम राज्य में लागू की गई थी।
Q2: क्या इस योजना के तहत नौकरी बिना परीक्षा के मिलती है?
उत्तर: नहीं। भारत में किसी भी सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा अनिवार्य होती है।
Q3: क्या योजना के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना जरूरी है?
उत्तर: चूंकि यह योजना फर्जी है, इसलिए कोई भी ऑनलाइन फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं है।
Q4: इस तरह की फर्जी वेबसाइट्स से कैसे बचें?
उत्तर: हमेशा आधिकारिक सरकारी वेबसाइट्स पर ही भरोसा करें। किसी अनजानी वेबसाइट पर अपनी जानकारी न दें।
Q5: अगर मैंने पहले से फॉर्म भर दिया है तो क्या करूं?
उत्तर: तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और आधार या अन्य दस्तावेजों के दुरुपयोग की रिपोर्ट स्थानीय साइबर क्राइम विभाग में दर्ज करवाएं।