
निःशुल्क बोरिंग योजना 2025 UP ऑनलाइन : यहाँ से करें आवेदन
अच्छी सिंचाई व्यवस्था के बिना खेतों में फसलें किसी भी मौसम में टिक नहीं पातीं। उत्तर प्रदेश में जहां भूजल स्तर अधिक गहरा है, किसान नलकूप (बोरिंग) खोदने का खर्च उठाने में मुश्किल महसूस करते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इन आर्थिक बाधाओं को दूर करने के लिए निःशुल्क बोरिंग योजना 2025 (Free Boring Scheme 2025) को ऑनलाइन मोड में भी उपलब्ध कराया है। इस योजना के तहत किसान घर बैठे ही आवेदन कर सकेंगे और सब्सिडी सीधे अपने बैंक खाते में प्राप्त करेंगे।
Contents
- 1 योजना का उद्देश्य एवं महत्व
- 2 ऑनलाइन आवेदन की पूरी प्रक्रिया
- 3 पात्रता मानदंड और आवश्यक दस्तावेज
- 4 सब्सिडी राशि एवं घटक
- 5 आवेदन की स्थिति कैसे ट्रैक करें
- 6 आम समस्याएँ एवं उनका समाधान
- 7 लाभ प्राप्ति के बाद के महत्वपूर्ण कदम
- 8 व्यक्तिगत अनुभव एवं सलाह
- 9 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- 9.1 प्रश्न: योजना में आवेदन शुल्क कितना है?
- 9.2 प्रश्न: सब्सिडी की राशि कितने दिनों में खाते में आती है?
- 9.3 प्रश्न: Application ID खो जाने पर पुनः कैसे प्राप्त करें?
- 9.4 प्रश्न: क्या किसान दो नलकूप हेतु आवेदन कर सकता है?
- 9.5 प्रश्न: भूजल स्तर 60 मीटर से कम हो तो क्या आवेदन होगा?
- 9.6 प्रश्न: ऑनलाइन आवेदन में आई त्रुटि कैसे सुधारें?
- 9.7 प्रश्न: योजना की समीक्षा कितनी बार होती है?
योजना का उद्देश्य एवं महत्व
निःशुल्क बोरिंग योजना 2025 उत्तर प्रदेश सरकार की एक पहल है, जिसका लक्ष्य है:
- सिंचाई पहुँच: भूजल स्तर गहरा होने पर भी खेतों तक पानी लाना
- आर्थिक बोझ कम करना: बोरिंग, पम्प सेट व जल वितरण प्रणाली की लागत का अधिकांश भाग राज्य वहन करे
- जल संरक्षण: ड्रिप/स्प्रिंकलर सब्सिडी से आदर्श जल प्रबंधन
- कृषि उत्पादन में वृद्धि: निरंतर जल उपलब्धता से बेहतर पैदावार
- ग्रामीण समृद्धि: किसानों की आजीविका सुरक्षित करना
योजना का संचालन लघु सिंचाई विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा किया जाता है। सभी जानकारी और ऑनलाइन लॉगिन हेतु सरकारी पोर्टल देखें ।
ऑनलाइन आवेदन की पूरी प्रक्रिया
पोर्टल तक पहुँच
- ब्राउज़र में जाकर उत्तर प्रदेश लघु सिंचाई विभाग खोलें।
- मुखपृष्ठ पर “Online Scheme” सेक्शन में “Free Boring Scheme 2025” लिंक क्लिक करें।
किसान लॉगिन
- “Login via Transparent Farmer Portal” विकल्प चुनें।
- पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल पर अपना मोबाइल नंबर और पैन/आधार दर्ज कर OTP वेरिफाई करें।
- नया उपयोगकर्ता “New Registration” कर सकता है; पंजीकरण पूर्ण होने पर लॉगिन विवरण प्राप्त होगा।
आवेदन फॉर्म भरना
- “Apply for Free Boring Scheme 2025” पर क्लिक करें।
- व्यक्तिगत विवरण: नाम, पिता का नाम, आधार संख्या, मोबाइल नंबर।
- कृषि भूमि विवरण: खसरा संख्या, क्षेत्रफल, ग्राम एवं ब्लॉक का चयन।
- भूजल स्तर जांच: स्वतः भरा जाने वाला सरकारी डेटा या स्थानीय सर्वेक्षण रिपोर्ट अपलोड।
- दस्तावेज अपलोड:
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना पंजीकरण प्रमाणपत्र
- आधार-लिंक्ड बैंक पासबुक प्रथम पृष्ठ
- भूमि स्वामित्व दस्तावेज (खतौनी/पट्टा)
- खेत का नलकूप स्थल फोटो (GPS कोऑर्डिनेट्स सहित)
- सुरक्षा कोड (CAPTCHA) दर्ज कर “Submit” दबाएँ।
आवेदन संख्या एवं पुष्टिकरण
- स्क्रीन पर Application ID दिखाई देगा; SMS एवं ईमेल पर भी भेजा जाएगा।
- Application ID सुरक्षित रखें—आवेदन ट्रैकिंग व शिकायतों में प्रयोगी।
पात्रता मानदंड और आवश्यक दस्तावेज
पात्रता
- उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- किसान या सहकारी समिति के रूप में पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल में पंजीकृत।
- भूजल स्तर 61–90 मीटर या उससे अधिक गहरा क्षेत्र।
- पिछला लाभ: मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना फाइनेन्सियल डिफ़ॉल्टर्स को बाहर रखा गया।
- एकल आवेदन: प्रति किसान/परिवार केवल एक नलकूप पर अनुदान।
आवश्यक दस्तावेज
- किसान पंजीकरण प्रमाणपत्र: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना या पारदर्शी किसान सेवा पोर्टल।
- भूमि स्वामित्व दस्तावेज़: खसरा-खतौनी, पट्टा या जमीन का खरीद विक्रय दस्तावेज।
- बैंक खाता विवरण: आधार लिंक्ड बैंक पासबुक या बैंक स्टेटमेंट, IFSC कोड सहित।
- नलकूप स्थल फोटो: GPS व स्थान सूचक।
- आधार कार्ड/वोटर ID: पहचान व पते का प्रमाण।
सभी दस्तावेज़ JPEG/PDF ≤200KB फाइल साइज़ में अपलोड करें—बिना किसी त्रुटि के।
सब्सिडी राशि एवं घटक
योजना के चार प्रमुख घटकों के तहत कुल ₹1,78,000 तक अनुदान:
घटक | अधिकतम राशि (₹) | विवरण |
---|---|---|
बोरिंग/ड्रिलिंग लागत | 1,00,000 | 50% सब्सिडी या अधिकतम राशि |
पम्प सेट व पम्प हाउस | 68,000 | ऊर्जा संयंत्र व संरचनात्मक खर्च |
जल वितरण प्रणाली | 10,000 | पाइपलाइन, ड्रिप/स्प्रिंकलर सेटअप |
कुल अधिकतम सहायता | 1,78,000 | सभी घटकों का सम्मिलित अधिकतम |
सबसिडी राशि लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे DBT के माध्यम से ट्रांसफर की जाती है ।
आवेदन की स्थिति कैसे ट्रैक करें
- ऑनलाइन ट्रैकिंग:
- पोर्टल http://up-lsi.gov.in पर “Track Application” चुनें।
- Application ID एवं मॉबाइल नंबर/आधार दर्ज करें।
- स्थिति—Received / In Process / Approved / Disbursed—स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।
- CSC केंद्र:
- नजदीकी Common Service Centre पर Application ID प्रस्तुत करें।
- CSC ऑपरेटर स्थिति दिखाकर प्रिंटआउट प्रदान कर सकता है।
- SMS/ईमेल अलर्ट:
- प्रत्येक चरण में SMS/ईमेल द्वारा सूचना प्राप्त होती है।
आम समस्याएँ एवं उनका समाधान
समस्या | संभावित कारण | समाधान |
---|---|---|
Application ID न मिलना | फॉर्म अधूरा सबमिट या पोर्टल में त्रुटि | “My Applications” सेक्शन जांचें; पुनः सबमिट करें |
दस्तावेज़ अपलोड त्रुटि | फ़ाइल साइज/फॉर्मेट गलत | PDF/JPG ≤200KB में कंप्रेस कर पुनः अपलोड करें |
अनुदान खाते में न आना | बैंक विवरण गलत या आधार–बैंक लिंकिंग समस्या | IFSC व खाता संख्या वेरिफाई; आधार–बैंक लिंक करवाएं; शिकायत दर्ज करें |
पोर्टल स्लो या डाउन | उच्च ट्रैफ़िक/मेंटेनेंस | कुछ समय बाद पुनः प्रयास करें |
निर्माण एजेंसी के विलंब | तकनीकी या संसाधन समस्या | स्थानीय सिंचाई अधिकारी से संपर्क कर स्थिति अपडेट मांगें |
लाभ प्राप्ति के बाद के महत्वपूर्ण कदम
- स्थानीय निरीक्षण: नलकूप व पम्प सेट की प्रगति खुद चेक करें।
- दस्तावेज़ रख-रखाव: पम्प सेट खरीद बिल, DBT स्टेटमेंट व फोटो सुरक्षित रखें।
- जल संधारण: ड्रिप/स्प्रिंकलर के रख-रखाव से जल बचत सुनिश्चित करें।
- अगली योजना: लाभार्थी एक साल बाद संबंधित सिंचाई योजनाओं के लिए पात्र हो सकते हैं।
- समूह गतिशीलता: गाँव के अन्य किसानों को भी योजना के प्रति जागरूक करें।
व्यक्तिगत अनुभव एवं सलाह
“मेरे खेत में नलकूप एवं ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाने से सिंचाई की लागत कम हुई, और गेहूं की पैदावार में 25% की वृद्धि देखी गई।”
— Aanya, 21 वर्ष, 3 वर्षों का ब्लॉगिंग अनुभव
सलाह:
- आवेदन से पहले सभी दस्तावेज़ क्लियर स्कैन एवं बैकअप रखें।
- समय-समय पर स्थिति ट्रैक करें—विलंब पर तुरंत शिकायत करें।
- यदि ऑनलाइन गड़बड़ी हो, तो ज़िला कार्यालय जाकर ऑफ़लाइन आवेदन कर लें।
- दूसरे किसानों के साथ अनुभव साझा कर सामूहिक सहायता सुनिश्चित करें।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
प्रश्न: योजना में आवेदन शुल्क कितना है?
उत्तर: ऑनलाइन व ऑफ़लाइन दोनों में आवेदन निशुल्क है।
प्रश्न: सब्सिडी की राशि कितने दिनों में खाते में आती है?
उत्तर: आमतौर पर 30–45 कार्यदिवस में DBT के माध्यम से।
प्रश्न: Application ID खो जाने पर पुनः कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: पोर्टल पर “Forgot Application ID” विकल्प से आधार व मोबाइल विवरण दर्ज कर पुनः प्राप्त करें।
प्रश्न: क्या किसान दो नलकूप हेतु आवेदन कर सकता है?
उत्तर: नहीं; प्रति किसान/परिवार एक ही नलकूप पर अनुदान मिलेगा।
प्रश्न: भूजल स्तर 60 मीटर से कम हो तो क्या आवेदन होगा?
उत्तर: इस योजना का लाभ भूजल स्तर 61–90 मीटर वाले क्षेत्रों के लिए है; अन्य स्तरों के लिए स्थानीय सिंचाई योजनाएँ देखें।
प्रश्न: ऑनलाइन आवेदन में आई त्रुटि कैसे सुधारें?
उत्तर: “My Applications” में जाकर आवश्यक सुधार करें एवं पुनः सबमिट करें।
प्रश्न: योजना की समीक्षा कितनी बार होती है?
उत्तर: वर्ष में दो बार बजट आवंटन व प्रगति की समीक्षा होती है; नवीनतम अधिसूचना लघु सिंचाई विभाग पर देखें
निःशुल्क बोरिंग योजना 2025 उत्तर प्रदेश के किसानों को सशक्त सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराकर उनकी आजीविका एवं उत्पादन में सुधार करती है। पात्रता शर्तें पूरी करके सरकारी पोर्टल http://up-lsi.gov.in पर आवेदन करें, स्थिति ट्रैक करें और लाभ सीधे बैंक खाते में प्राप्त करें। इस सब्सिडी का सदुपयोग कर जल संरक्षण सुनिश्चित करें और कृषि संभावनाएँ सुदृढ़ बनाएं।
अभी ऑनलाइन आवेदन करें और उत्तर प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का पूरा लाभ उठाएं!