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Pariksha Pe Charcha New Update : अब परीक्षा को लेकर डरने की जरूरत नहीं, यहाँ से देखें क्या हैं नए अपडेट्स !

हर साल छात्रों को उनकी परीक्षा से पहले तनाव और दबाव का सामना करना पड़ता है। इस समय उन्हें मानसिक संतुलन बनाए रखना काफी मुश्किल हो सकता है। इसी कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई परीक्षा पे चर्चा (PPC) एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल है। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को परीक्षा के तनाव से जूझने के लिए सही मार्गदर्शन मिलता है। आज के इस लेख में हम परीक्षा पे चर्चा के नए अपडेट्स के बारे में विस्तार से बड़ी ही सरल भाषा में चर्चा करने वाले हैं।

Pariksha Pe Charcha New Update : अब परीक्षा को लेकर डरने की जरूरत नहीं, यहाँ से देखें क्या हैं नए अपडेट्स !
Pariksha Pe Charcha New Update : अब परीक्षा को लेकर डरने की जरूरत नहीं, यहाँ से देखें क्या हैं नए अपडेट्स !

कार्यक्रम की शुरुआत

प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम की शुरुआत 2018 में की थी। उनका उद्देश्य था कि छात्रों को अपनी परीक्षा को लेकर डर या दबाव न हो। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी छात्रों से सीधे संवाद करते हैं और उनके सवालों का उत्तर देते हैं। यह एक प्रकार से छात्रों को परीक्षा की चिंता से मुक्त करने का प्रयास है।

इस कार्यक्रम का बहुत अच्छा प्रभाव पड़ा है। छात्रों के मानसिक तनाव में कमी आई है और वे परीक्षा को लेकर अपने दृष्टिकोण को बदलने लगे हैं। इस कार्यक्रम ने छात्रों को यह समझाया कि सफलता और असफलता केवल अस्थायी हैं, और मेहनत हमेशा रंग लाती है।

कार्यक्रम का उद्देश्य

‘परीक्षा पे चर्चा’ का उद्देश्य छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना है। यह कार्यक्रम छात्रों को यह समझाने में मदद करता है कि परीक्षा केवल एक मूल्यांकन का साधन है और इसका जीवन में कोई बड़ा स्थान नहीं है। यह कार्यक्रम छात्रों को प्रेरित करता है कि वे अपनी परीक्षा को एक चुनौती के रूप में लें न कि एक बोझ के रूप में।

नए अपडेट्स

हाल ही में ‘परीक्षा पे चर्चा’ के नए अपडेट्स सामने आए हैं। इस बार कार्यक्रम में कई नई बातें जोड़ी गई हैं, जिनसे छात्रों और अभिभावकों को और भी अधिक सहायता मिल सकेगी।

इस बार प्रधानमंत्री मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान ऑनलाइन संवाद का आयोजन किया। इस सुविधा के तहत, देशभर के छात्र और शिक्षक ऑनलाइन माध्यम से जुड़ सकते हैं और प्रधानमंत्री से सीधे सवाल पूछ सकते हैं। यह कदम कार्यक्रम को और भी प्रभावी और सभी के लिए सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस बार के ‘परीक्षा पे चर्चा’ में कुछ नए विषयों पर भी चर्चा की गई। इसमें मानसिक स्वास्थ्य, समय प्रबंधन, और परीक्षा के दौरान सही तरीके से तैयारी करने के विषय पर खास तौर से बात की गई। छात्रों को यह बताया गया कि कैसे वे अपनी पढ़ाई को संतुलित रख सकते हैं और तनाव से बच सकते हैं।

परीक्षा के दौरान तनाव से कैसे निपटें ?

परीक्षा के दौरान तनाव एक सामान्य समस्या है लेकिन इसे सही तरीके से निपटाना जरूरी है। परीक्षा के दौरान तनाव को कम करने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं।

परीक्षा की तैयारी में समय का सही प्रबंधन सबसे महत्वपूर्ण कदम है। छात्रों को अपनी पढ़ाई के समय को सही तरीके से विभाजित करना चाहिए ताकि वे हर विषय को अच्छे से पढ़ सकें और परीक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हो सकें।

परीक्षा के दौरान मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। छात्र को पर्याप्त नींद और अच्छे आहार की आवश्यकता होती है। इससे उनका मानसिक संतुलन बना रहेगा और वे बिना किसी तनाव के परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे।

‘परीक्षा पे चर्चा’ का महत्व अभिभावकों के लिए

अभिभावकों के लिए ‘परीक्षा पे चर्चा’ का बहुत महत्व है। यह कार्यक्रम उन्हें यह समझने में मदद करता है कि उनके बच्चे पर परीक्षा का दबाव किस प्रकार असर डालता है और उन्हें इसे कैसे हल्के में लेना चाहिए।

अभिभावकों को सलाह

अभिभावकों को बच्चों के लिए सही मार्गदर्शन देना चाहिए और उन्हें मानसिक रूप से तैयार करना चाहिए। बच्चों के साथ सही तरीके से संवाद करना और उनका हौसला बढ़ाना परीक्षा के दबाव को कम कर सकता है।

मानसिक तनाव से बचाव के उपाय

अभिभावकों को बच्चों को यह समझाना चाहिए कि परीक्षा जीवन का एक छोटा सा हिस्सा है, और असफलता भी कोई बड़ी बात नहीं है। बच्चों को यह समझाने से उनका मानसिक तनाव कम हो सकता है।

परीक्षा पे चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री का संदेश

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान छात्रों से सीधे संवाद करते हुए कई महत्वपूर्ण संदेश दिए। उनका मुख्य संदेश था कि किसी भी परीक्षा में सफलता की कुंजी केवल कठिन मेहनत और सही दृष्टिकोण में है।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि असफलता जीवन का एक हिस्सा है, और हमें इसे एक सीख के रूप में लेना चाहिए। छात्रों को यह समझाने की कोशिश की गई कि असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उसे सुधारने का प्रयास करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने छात्रों को यह भी बताया कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों को हमेशा अपने आत्मविश्वास को बनाए रखना चाहिए।

प्रभाव

‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम का बड़ा असर देखने को मिला है। इससे छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार आया है और परीक्षा के प्रति उनका नजरिया भी बदला है।

परीक्षा पे चर्चा ने छात्रों को यह समझने का अवसर दिया कि परीक्षा केवल ज्ञान का मापदंड नहीं है, बल्कि यह हमें मानसिक और शारीरिक रूप से भी मजबूत बनाती है। इस कार्यक्रम ने छात्रों को मानसिक शांति दी है और उन्हें यह समझाया है कि जीवन में केवल परीक्षा ही सब कुछ नहीं होती। छात्रों को यह एहसास हुआ है कि सफलता का मतलब सिर्फ अच्छे अंक लाना नहीं है, बल्कि आत्मविश्वास और संतुलित मानसिकता भी जरूरी है।

नए बदलाव और उम्मीदें

इस कार्यक्रम के नए अपडेट्स और बदलाव छात्रों को और भी बेहतर सहायता प्रदान करेंगे। छात्रों को यह अब और भी समझ में आएगा कि परीक्षा की तैयारी के दौरान मानसिक संतुलन बनाए रखना कितना जरूरी है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि इस लेख का उद्देश्य छात्रों को परीक्षा के तनाव को कम करने और सही मार्गदर्शन देने के बारे में अधिक जानकारी देना है।

इस योजना से जुडी जितनी भी आवश्यक जानकारी थी उसे हमने इस लेख में कवर किया है। हम आशा करते हैं की आपको हमारा ये लेख आपको पसंद आया होगा। धन्यवाद !

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Arun Yadav

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